अक्ल ये कहती है, सयानों से बनाए रखना
दिल ये कहता है, दीवानों से बनाए रखना
लोग टिकने नहीं देते हैं कभी चोटी पर
जान-पहचान ढलानों से बनाए रखना
जाने किस मोड़ पे मिट जाएँ निशां मंज़िल के
राह के ठौर-ठिकानों से बनाए रखना
हादसे हौसले तोड़ेंगे सही है, फिर भी
चंद जीने के बहानों से बनाए रखना...
दिल ये कहता है, दीवानों से बनाए रखना
लोग टिकने नहीं देते हैं कभी चोटी पर
जान-पहचान ढलानों से बनाए रखना
जाने किस मोड़ पे मिट जाएँ निशां मंज़िल के
राह के ठौर-ठिकानों से बनाए रखना
हादसे हौसले तोड़ेंगे सही है, फिर भी
चंद जीने के बहानों से बनाए रखना...