जो अधूरी रह गयी थी वोही कहानी लिख रहा हू........
बैठ कर अकेले फक्त वह कहानी पुरानी लिख रहा हू.........
जब किसी साहिल पर आ जाये मेरी याद तुम्हे.......
क्यों मौसम की तरह लोग बदल जाते है सोचना......
बैठ कर अकेले फक्त वह कहानी पुरानी लिख रहा हू.........
जब किसी साहिल पर आ जाये मेरी याद तुम्हे.......
क्यों मौसम की तरह लोग बदल जाते है सोचना......