दो पागल छत पर
सो रहे थे
अचानक बारिश होने लगी
पहला बोला चल अन्दर चलते हे। आसमान मे छेद हो गया हे।
इतने मे बिजली कडकी
दुसरा पागल
चल सोजा लगता हे
वेलडिगं वाले भी आ गए हे।
सो रहे थे
अचानक बारिश होने लगी
पहला बोला चल अन्दर चलते हे। आसमान मे छेद हो गया हे।
इतने मे बिजली कडकी
दुसरा पागल
चल सोजा लगता हे
वेलडिगं वाले भी आ गए हे।