पैर की मोच और छोटी सोच,
हमें आगे बढ़ने नहीं देती ।
टुटी कलम और औरो से जलन,
खुद का भाग्य लिखने नहीं देती ।
काम का आलस और पैसो का लालच,
हमें महान बनने नहीं देता ।
अपना मजहब उंचा और गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान बनने नहीं देती ।
हमें आगे बढ़ने नहीं देती ।
टुटी कलम और औरो से जलन,
खुद का भाग्य लिखने नहीं देती ।
काम का आलस और पैसो का लालच,
हमें महान बनने नहीं देता ।
अपना मजहब उंचा और गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान बनने नहीं देती ।