फूल इसलिए अच्छे की ,
खुश्बू का पैगाम देते है।
कांटे इसलिए अच्छे की ,
दामन थाम लेते है।
दोस्त इसलिए अच्छे कि ,
वो मुझ पर जान देते है।
और दुश्मनों को,
कैसे ख़राब कह दूँ।
वो ही तो है,जो हर महफ़िल मे,
मेरा नाम लेते
खुश्बू का पैगाम देते है।
कांटे इसलिए अच्छे की ,
दामन थाम लेते है।
दोस्त इसलिए अच्छे कि ,
वो मुझ पर जान देते है।
और दुश्मनों को,
कैसे ख़राब कह दूँ।
वो ही तो है,जो हर महफ़िल मे,
मेरा नाम लेते