कोई तो लिखता होगा इन कागज़ के ज़र्रों और इन पत्थरों का नसीब,
वरना यह मुमकिन नहीं कि कोई पत्थर ठोकर खाए,और कोई भगवान हो जाए,
कोई कागज़ रद्दी बन जाए तो कोई कागज़ गीता या कुरआन हो जाए...!
Frenz 4 Ever - Masti Unlimited
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