*रोटी का चाहिये , न मुझे घर का चाहिये *
*लेकिन मुझे हिसाब, कटे सर का चाहिये ***
*कमतर से दोस्ती मे शिकायत नहीं मुझे*
*दुश्मन तो मगर मुझको,बराबर का चाहिये ***
*ऐसी लहर उठाये जो दुनिया को हिला दे *
*दर्जा अगर किसी को , समन्दर का चाहिये***
*बदला है क्या बताओ, संभलने के वास्ते *
*हमको सहारा आज भी, ठोकर का चाहिये ***
*उनसे कहो कि हमको बुलाया नहीं करें *
*जिनको तमाशा मंच पे , जोकर का चाहिये*
*लेकिन मुझे हिसाब, कटे सर का चाहिये ***
*कमतर से दोस्ती मे शिकायत नहीं मुझे*
*दुश्मन तो मगर मुझको,बराबर का चाहिये ***
*ऐसी लहर उठाये जो दुनिया को हिला दे *
*दर्जा अगर किसी को , समन्दर का चाहिये***
*बदला है क्या बताओ, संभलने के वास्ते *
*हमको सहारा आज भी, ठोकर का चाहिये ***
*उनसे कहो कि हमको बुलाया नहीं करें *
*जिनको तमाशा मंच पे , जोकर का चाहिये*